छत्तीसगढ़ समेत पाचं राज्यों के मोस्ट वांटेड 75 लाख रुपये के इनामी दुर्दांत नक्सली की संदिग्ध मौत

पटना। पांच राज्यों के मोस्ट वांटेड 75 लाख रुपये के इनामी भाकपा माओवादी के शीर्ष नेताओं में से एक संदीप यादव की गया में गुरुवार 26 मई 2022 को संदिग्ध रूप से मौत हो गई है। एसएसपी हरप्रीत कौर ने इसकी पुष्टि किया है। 

झारखंड सरकार ने संदीप पर 50 लाख और बिहार सरकार ने 25 लाख का इनाम रखा था। बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़, ओडिशा और आंध्र प्रदेश में उसने दहशत मचा रखा था। गया में 4 लोगों को फांसी देने के बाद वह हिट लिस्ट में था।

संदीप के शव के हाथ-पैर बंधे हुए थे। उसकी मौत कैसे हुई यह अभी स्पष्ट नहीं है। संदीप यादव के घर के पुरुष सदस्यों का कहना है कि मौत ड्रग रिएक्शन से हुई है। देर रात उनके शव को परिजन घर ले आए।

एसएसपी हरप्रीत कौर का कहना है कि हमें जानकारी मिली कि नक्सली संदीप यादव मृत पाया गया है। उनके घर वालों का कहना है कि वे काफी समय से बीमार थे जिस कारण से उनकी मृत्यु हुई है। संदीप यादव के खिलाफ 500 मामले दर्ज किए गए थे। 

सीआरपीएफ के सूत्रों से साफ हो गया है कि संदीप यादव की मौत हो गई है। उनका कहना है कि पूर्व में हुए बम विस्फोट में वह घायल हो गए थे। तब से वह बहुत डरा हुआ था। उनका दिल का दौरा पडऩे से निधन हो गया। 

सूत्रों का कहना है कि संदीप यादव का शव जंगल में पड़ा था। शव के आसपास दूर-दूर तक कोई व्यक्ति नहीं था। जंगल में पत्ते बीनने वालों की नजर जब उसके शव पर पड़ी तो उन्होंने उसे पहचान लिया। वह संदीप का शव अपने साथ ले गया और देर शाम उसके परिजनों को सौंप दिया।

कौन था संदीप यादव 

  • संदीप यादव मूल रूप से जिले के बांके बाजार प्रखंड के बाबू राम देह गांव का रहने वाला था।
  • वह कम उम्र से ही नक्सली संगठन से जुड़ गया था। 
  • भाकपा-माओवादी के बैनर तले उसने एक से बढ़कर एक नक्सली घटनाओं को अंजाम दिया।
  • वह अक्सर सीआरपीएफ और पुलिस बल पर ही हमला करता था। 
  • उसके हमले में कई पुलिसकर्मियों की जान चली गई थी।

ईडी ने 2018 में की कार्रवाई

2018 में देश में पहली बार ईडी ने किसी नक्सली नेता के खिलाफ कार्रवाई की, वो थे संदीप यादव। संदीप यादव की जो संपत्ति दिल्ली, नोएडा, औरंगाबाद और बाबू राम देह में थी, उसे जब्त कर लिया गया। संपत्ति उनके और उनके बेटे और दामाद के नाम पर थी।

संदीप पर 500 से ज्यादा केस 

संदीप के खिलाफ करीब 500 नक्सली मामले दर्ज हैं। झारखंड के पलामू, गढ़वा, लातेहार और चतरा जिलों में भी मामले हैं। संदीप बिहार के गया जिले से सटे पलामू जिले के मनातू और नवडीहा बाजार प्रखंडों में काफी सक्रिय था। 

उसके खिलाफ  बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़, उड़ीसा, पश्चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश समेत कई राज्यों में मामले दर्ज हैं। वह लगभग 3 दशकों तक बिहार झारखंड सहित विभिन्न राज्यों में सक्रिय रहा।

यादव की मौत को लेकर तरह-तरह की बातें हो रही हैं। वह हाल ही में एक विस्फोट में घायल हो गया था और गुपचुप तरीके से इलाज करा रहा था। चर्चा यह भी है कि उनके साथ विश्वासघात किया गया है। उसे जहर देकर मार डाला गया है।

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